Kisi ka Bhai kisi ki Jaan movie review Salman khan

            


 किसी भी फिल्म मेकर को सबसे ज्यादा फायदा कब होता है जब उसने बनाई हुई मूवी ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस देखें यानी मास ऑडियंस देखें ऑब्वीजली पैसा खर्च करके और मांस मसाला मूवी का फॉर्मूला क्या है 

एक फैमिली सेंट्रिक कहानी जिसमें एक या दो या तीन बड़े एक्टर्स हो वो बड़े एक्टर्स का ओवर डी टॉप एक्शन हो उसे एक्टर का एक लव एंगल हो लव एंगल के साथ साथ दो-तीन गाने हो इसमें थोड़े ज्यादा है एक दो सॉन्ग ऐसे भी हो जिसका मूवी से कोई लेना देना नहीं होता और क्योंकि फैमिली ड्रामा है तो एक गाना कंपलसरी फैमिली वालुज को दिखाने के लिए जरूरी है यानी बड़े-बड़े एक्टर्स मारधाड़ प्यार वायर साउथ और बॉलीवुड का मिक्स इमोशन और कॉमेडी को एक साथ लाया जाए तो भैया एक मास मसाला एंटरटेनर आराम से बन जाति है और लोग उसे देख कर खुश भी हो जाते हैं 

स्पेशली फैमिली ऑडियंस और किसी का भाई किसी की जान इस कैटिगरी वाली फिल्म है जिसे पार्टिकुलर उसे ऑडियंस के लिए बनाया गया है जिन्हें भाई जान के साथ साथ मांस मसाला वाली फिल्में पसंद आई है जिसे देखने जो भाई को देखके ट मारो भाई का एक्शन एंजॉय करो भाई के डायलॉग पर ताली बजाओ लेकिन दिमाग खाली करके लिटरली क्योंकि ऐसी फैमिली एंटरटेनर मूवीज वैसे भी आजकल कम ही ए रही है

 और भाई जान की वजह से एक ऐसी मूवी आपको देखने को मिलेगी जिसमें आजकल की मूवी जैसी गली गलौज वगैरा नहीं है ना वगर सीन है एवं एक भी सिंगल किस तक नहीं है तो भाई पहले ही बता डन की आराम से इस मूवी को फैमिली के साथ देख लेना कोई दिक्कत नहीं होगी 

फिल्म की स्टोरी बेसिकली साउथ की फिल्म विराम से 90% एडेप्टेड है आसन शब्दों में रीमिक्स ही बोलेंगे 90% इसलिए क्योंकि एक्टर्स को चेंज है ही लेकिन स्टोरी में कुछ एक साइंस भी चेंज है लाइक ऑलमोस्ट फाइट सीक्वेंस बॉलीवुड के ऑडियंस को ध्यान में रखकर शूट किया गए हैं और अगर आपने हम अच्छी है तो स्टोरी का पता होने की वजह से स्टोरी वाइस तो नया ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा बट अगर नहीं अच्छी है तो आप आराम से इसकी स्टोरी के साथ खुद को कनेक्ट कर लोग जहां है 

एक भाई जो अपने मोहल्ले से क्राइम को हटाना चाहते हैं गुरो की मार टी करके भाई के भी है तीन भाई जो अपने बड़े भाई के लिए भाभी ढूंढ रहे हैं नहीं खुद के लिए भाभी ढूंढ रहे हैं और एक लव एंगल भी है जिसके बड़े में आप फिल्में ही देखोगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा अब सलमान हीरोइन को यश बोलकर उसकी जान बनते हैं या नो बोलकर सिर्फ भाई ये तो फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा पर आपको यस और नो फिल्म के लेंथ ढाई घंटे की है जहां फर्स्ट ऑफ थोड़ा स्लो है और कंपेरटिवली सेकंड हाफ थोड़ा फास्ट और अच्छा है फिल्म में जितने भी एक्शन सीक्वेंस हैं सलमान भाई के स्टारडम को और भी ऊपर उठा देते हैं क्योंकि देखो इस उम्र में ऐसे ऐसे शॉट देना इतना इजी भी नहीं होता स्पेशली व्हेन यू हैव एन बल्कि और हैवी बॉडी बट भाई है तो पॉसिबल है एक्टिंग के डिपार्मेंट में सबने अच्छा किया ये तो मैं बिल्कुल भी नहीं कहूंगा क्योंकि पता नहीं क्यों पूजा हेगडे की एक्टिंग और हमारे बॉक्सर भाई विजेंद्र सिंह की एक्टिंग बहुत सी जगह पर अननेचुरल फूल हो रही थी एवं पूजा हेगडे काफी जवान और भाई नहीं ना नो कमेंट्स फिल्म में गानों का देर है जो ऑलरेडी मार्क्स ने युटुब पर एक-एक करके रिलीज कर दिए हैं जिसमें से एक दो छोड़ दिए जाए तो बाकी सब ठीक तक ही थी 

कुछ एक गानों में फिल्म की स्टोरी भी चलती रहती है तो वो सुन जा सकते हैं अनफॉर्चूनेटली थिएटर में फॉरवर्ड का ऑप्शन नहीं होता तो अगर आपको कोई गाना पसंद नहीं आता तो फोन में युटुब ओपन करके योगी बोलना है चैनल को सब्सक्राइब कर लेना ओवरऑल ये एक ऐसी फिल्म है जो हर किसी के लिए बनाई गई है और सिर्फ एंटरटेनमेंट चाहिए तो हां ये पूरे एंटरटेनमेंट प्रोवाइड तो करती है बस हर बात में लॉजिक लगाना और हर स्टोरी में सेंस लगाना जरूरी नहीं होता ये समझ के और जय माता दी बोल के घुस जाना थिएटर में मजा आएगा डोंट वारी मेरी तरफ से इस फिल्म को 2.5 rating 

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