ज्यादा सोचना कैसे छोड़े, | खुद को खुश रखने की कोशिश कैसे करें | हर समय सकारात्मक कैसे रहे

 दोस्तों हम दिन भर में बहुत कुछ सोचते रहते हैं मतलब हमारा दिमाग कभी खाली नहीं रहता हमारे मन में बहुत से विचार आते रहते हैं और हम उसके बारे में सोचते रहते हैं मतलब जो हमारे सामने घटित होता है हम उसी के बारे में सोचते हैं अगर हमारे सामने कुछ घटित नहीं होता तो हमारे दिमाग में या मन में अलग-अलग विचार आते रहते हैं और हम उसी तरह से सोचते रहते हैं

खुद को खुश रखना कोई बड़ी बात नहीं है मतलब यह आसान भी नहीं है और मुश्किल भी नहीं है अगर हम अपना मन अगर किसी चीज में ना लगाएं तो हम खुश रहेंगे अगर हमारा मन अटका रहेगा तो हम खुश नहीं रह सकते हम उसी के बारे में सोचेंगे ज्यादा करके लोग तो प्यार में खुश नहीं रहते क्योंकि वह अपने प्रेमी के बारे में सोचते रहते हैं उन्हें खोने का डर लगा लगा रहता है और उसी डर की वजह से वह खुश नहीं रहती

तो आज मैं आपको 7 ऐसे तरीके बताऊंगा जिससे आप अपनी जिंदगी में खुश रहेंगे आपकी सोच एक पॉजिटिव हो जाएगी अगर आप इस तरीकों को यूज करेंगे तो 

   

ज्यादा सोचना कैसे छोड़े

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1) बुरी बातों और बुरे लोगों को नजर अंदाज करना कैसे सीखे ?

दोस्तों दोस्तों हमारे दिमाग में ज्यादा करके बुरे विचार ज्यादा आते हैं मतलब हमारे दिमाग में नेगेटिव एटी बहुत जल्दी आती है और हम वही सोचना शुरू कर देते हैं और हमें अच्छे लोगों के संपर्क से ज्यादा बुरे लोग अच्छे  लगते हैं
हमें बुरे लोगों के साथ नहीं रहना चाहिए मतलब देखा जाए तो बुरे लोग कौन हैं जो नशा करते हो झगड़ा करते हो मारपीट करते हो उनके व्यवहार ठीक नहीं हो दूसरे को लूटते हो एनी चोरी करते हो ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो बुरे होते हैं हमें उनक पहचानना चाहिए
उनके व्यवहार देखने चाहिए बुरे लोगों के व्यवहार बुरे ही होते हैं वह चोरी करेंगे किसी को लूटेंगे मारपीट करेंगे अगर ऐसे लोगों के साथ हम रहेंगे तो हम भी ऐसे मुसीबत में फंस सकते हैं तो हमें अच्छे लोगों के साथ रहना चाहिए इन लोगों का साथ छोड़ना इतना आसान नहीं होता क्योंकि हमें उनकी आदत लग चुकी होती है लेकिन हमें धीरे-धीरे उनका साथ छोड़ देना चाहिए हमें कुछ काम में व्यस्त रहना चाहिए ताकि हम उन्हें समय ना दे सके और हम उनका साथ धीरे-धीरे छोड़ दे और बुरी बातों पर कभी ध्यान नहीं देना चाहिए 

2) हार से डरना कैसे छोड़े ? हार का सामना कैसे करें ?

हम हर चीज में हार जाते हैं तो क्या हारना गलत है नहीं हमें हार से कभी डरना नहीं चाहिए हार जीत तो अक्सर होती रहती है हमें तो उस खेल पर ध्यान देना चाहिए जो हम खेल रहे हैं हार बहुत तरक्की होती है बिजनेस में भी हार होती है खेल में भी हार होती है और जिंदगी में भी हार होती है लेकिन हार सबसे अंतिम नहीं है
आदमी हारने से बहुत कुछ सीख सकता है क्योंकि हारने के बाद वह फिर उतनी ही कोशिश करेगा जितनी पहले की है अगर वह हार से ना डरे तो अगर हम हार से डर जाएंगे तो हम कैसे कोशिश करना छोड़ देंगे और हम कभी कामयाब नहीं होंगे ऐसे में तो हमारे पास हारी रहेंगे और हम इससे बहुत डिप्रेशन में चले जाएंगे इसलिए हमें हार से कभी नहीं डरना चाहिए हमें हार का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए अगली जीत में

3) अपनी परेशानियों को खत्म कैसे करें ?

जिंदगी में बहुत सी परेशानियां आती है और जाती है उनसे हमें कभी डरना नहीं चाहिए परेशानियों का सामना करना चाहिए परेशानी आने से पहले ही हमें टक्कर खड़ा रहना चाहिए अगर 2 दिन बाद कोई परेशानी है तो उसका सामना आज ही करना चाहिए तो हमारे सामने कभी कोई परेशानी नहीं आएगी परेशानी को खत्म करने का यही एक आसान उपाय है कि हम पहले ही परेशानी का मुंहतोड़ जवाब देकर खड़े रहे अगर हम परेशानी सर पर आने के बाद सोचेंगे तो हम बहुत देर कर देंगे और परेशानी हमें परेशान कर देगी परेशानी और बढ़ती जाएगी
इसलिए हमें अपनी परेशानी हो को धीरे-धीरे खत्म करना चाहिए ताकि कोई परेशानी खड़ी ना हो और हम उसका सामना करने के लिए तैयार हो जाए

जो काम हमें कल करना है उसकी तैयारी आज ही कर दो अगर आज ही तैयारी करोगे तो कल का काम आज ही हो जाएगा अगर आज तेरी नहीं करोगी और कल का काम अगर कल नहीं होगा तो वह एक परेशानी बनकर तैयार हो जाएगी ऐसे में अगर कल भी काम नहीं हुआ तो परेशानियां एक के बाद एक बढ़ती जाएगी और हम परेशानियों का सामना नहीं कर पाएंगे तो परेशानी आने से पहले उस को मुंहतोड़ जवाब दे दीजिए या उसके तैयारी में पहले ही लग जाइए क्योंकि हर किसी की जिंदगी में परेशानियां आती रहती है और जाती रहती है जो लोग समझदार होते हैं वह परेशानियों को पहले ही जवाब दे देते हैं मतलब वह सावधान रहते हैं और अपनी परेशानियां आने नहीं देते

4) अपनी दिनचर्या में व्यस्त कैसे रहे ?

अपनी जो दिनचर्या है उसका एक निश्चित समय बनाए रखें हर चीज के लिए एक समय रखें मतलब सुबह हम कितने बजे उठेंगे इसका भी एक समय रखी है कितने बजे निशान करेंगे कितने बजे खाना खाएंगे काम का एक समय रखिए और शाम में घूमने का एक समय रखिए और सोने का भी एक समय रखिए अगर आप निश्चित समय बनाकर रखेंगे तो आप दिन में व्यस्त रहेंगे अगर आप व्यस्त रहेंगे तो आप फालतू चीजों में ध्यान नहीं दे पाएंगे और आपकी जिंदगी एक खुशहाल में रहेगी इससे यह होगा कि आप बेकार का फिजूल का खर्चा भी बच जाएगा आपका और आप नेगेटिविटी भी आपकी चली जाएगी आप ज्यादा सोचेंगे भी नहीं क्योंकि अगर आप दिनचर्या बनाकर काम करेंगे तो आपके पास सोचने के लिए समय भी नहीं रहेगा और आप काम के साथ खुश रहेंगे

5) खुद को खुश कैसे रखें ?

खुद को खुश रखना बहुत आसान है और बहुत मुश्किल भी है क्योंकि अगर हम अपना मन किसी चीज में खुल जए रखेंगे
 तो हम उसी के बारे में सोचेंगे और हम खुश नहीं रह पाएंगे अगर खुद को खुश रखना है तो अपने मन के विचारों को कम करना होगा क्योंकि मन में आने वाले विचार है हमे खुशी और नाराज ही देते हैं लेकिन अक्सर यह मन हमें दुखी ही करता है मतलब हमारी खुशियां चिंता रहता है

अगर हमें खुश रहना है तो हमें खुशियां ढूंढने होगी हर समय में खुशी ढूंढो हर चीज में खुशी ढूंढो उसी से हम खुश रह पाएंगे हमारे सामने जो भी घटित होता है हम उस में अगर खुश है तो ही हम खुश रहेंगे अगर हम नेगेटिव सोच रखते हैं तो हम कभी खुश नहीं रह सकती तो इसलिए हम एक पॉजिटिव सोचना चाहिए जब भी हमारे मन में नेगेटिव सोच आ जाए तो हमें उसे हटाने के लिए अपने मन को कहीं और भेजता करना होगा मतलब हमें हम काम में खुद को व्यस्त रखना होगा ऐसा करने से मन के विचार कम हो जाएंगे और उस काम में हमें खुशियां भी मिलेगी
आपने अक्सर देखा होगा कि बच्चे बहुत खुश रहते हैं क्योंकि उनमें विचार करने की क्षमता नहीं होती वह ज्यादा विचार नहीं करते वह अपने खेलकूद में लगे रहते हैं मतलब वह खुद को व्यस्त रखते हैं और वह हर समय में खुशी ढूंढते हैं चाहे खिलौना हो या दोस्त हो वह अगर जमीन पर भी मिट्टी के साथ भी खेलने लग जाए तो भी वह खुश रहेंगे हम तो सोने के साथ भी खेल लेंगे तो भी खुश नहीं रहते हमें वह सोना कम लगने लगता है और हम दुखी रहते हैं हमारे दुखी रहने का एक मुख्य कारण है कि हम दूसरों की खुशियां देखकर दुख होते हैं हमें कभी दूसरों की संपत्ति पर ध्यान नहीं देना चाहिए हमारे पास जो भी है हमें उसी में खुश रहना चाहिए

6) बीती हुई बातों को कैसे बुलाया जाए ?

दोस्तों दुखी रहना का एक कारण यह भी होता है कि हम बीती हुई बातों को याद करते रहते हैं हम अक्सर वही बातें याद करते हैं जिनमें दुख होता है क्योंकि हमारा मन दुख ज्यादा सोचता है खुशियां कम सोचता है और यह सब हमारे खालीपन से ही होता है अगर हमारे पास खाली समय है तो हम उस समय में दुखी ही रहते हैं बीती हुई बातों को ज्यादा करके अक्सर महिलाएं ज्यादा सोचती रहती है यह दुख महिला में ज्यादा होता है अगर उनकी शादी टूट जाती है तो वह दूसरी शादी या फिर बहुत समय तक उसके बारे में सोचते रहते हैं और दुखी रहते हैं पुरुष भी अक्सर शादी टूटने के बाद बहुत दुखी रहते हैं क्योंकि वह बीती हुई बातों को नजरअंदाज नहीं करते

7) हर समय सकारात्मक सोच कैसे रखें ?

अगर हमें हर समय सकारात्मक सोच रखनी है तो हमें पॉजिटिव सोचना होगा हमारे मन में जो भी विचार आते हैं वह सभी पॉजिटिव होनी चाहिए ना की नेगेटिव क्योंकि नेगेटिव से हम कभी सकारात्मक नहीं रह सकते

हमें हर समय पॉजिटिव सोचना चाहिए हमारे सामने जो भी हो जो घटित होता है या फिर कोई हमें कुछ भी कहता है तो उसमें हमें पॉजिटिव देखना चाहिए ना की नेगेटिव अगर हम हर चीज में पॉजिटिव देखेंगे तो हम हर समय सकारात्मक रहेंगे हम कभी दुखी नहीं रहेंगे हम खुश रहेंगे अगर हम पॉजिटिव सोचेंगे तो

अगर आपने किसी को पैसे उधार दिए हो अगर वह नहीं लौटा देता तो हम दुखी हो जाते हैं लेकिन अगर हम वही पैसे भगवान को देते हैं किसी मंदिर में दान करते हैं तो हम कभी दुखी नहीं होती तो हमें यही सोचना चाहिए कि हमने वह पैसे भगवान को दान कर दी किसी मंदिर में दान कर दी इससे हमारी नेगेटिविटी दूर हो जाएगी और हम एक पॉजिटिव साथ सोच के साथ बने रहेंगे ऐसे ही हर चीज में आपको पॉजिटिव सोच बनानी होगी तभी आप हर समय सकारात्मक रहेंगे

तो दोस्तों यह थी वह साथ विचार जो आपको जिंदगी भर खुश रखेंगे अगर आप इन साथ नियमों का पालन करेंगे तो आप हर समय खुश रहेंगे आपके अंदर एक पॉजिटिविटी बनी रहेगी आप कभी बी पॉजिटिव सोच रखेंगे और जिंदगी में आपके और बहुत सी खुशियां आएगी


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